श्री शंकर भगवान को प्रसन्न करने का मंत्र | Shri Shankar Bhagwan Ko Khush Karne Ka Mantra

Shri Shankar Bhagwan Ko Khush Karne Ka Mantra In Hindi

शिव भक्ति का मार्ग शांति, शक्ति और मोक्ष की ओर ले जाता है। भगवान शिव, जिन्हें भोलेनाथ, महादेव, शंकर और त्रिपुरारी के नाम से भी जाना जाता है, बहुत ही सरल और शीघ्र प्रसन्न होने वाले देव हैं। अगर आप जीवन में संकटों से मुक्ति, मानसिक शांति और आध्यात्मिक उत्थान चाहते हैं, तो शिव मंत्रों का जप आपके लिए अत्यंत फलदायक सिद्ध हो सकता है।


Shri Shankar Bhagwan Ko Khush Karne Ka Mantra

श्री शंकर जी के विशेष दुर्लभ मंत्र जिनसे भगवान् भोलेनाथ शीघ्र प्रसन्न होते हैं-

* ॐ जूं सः मां पालय, पालय सः जूं ॐ ||१||

* ॐ नमो भगवते सदाशिवाय ||२||

* ॐ नमो नारायण नमः ||३||

* ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय ||४||

* ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगंधिं पुष्टिवर्धनम्,
उर्वारुकमिव बंधनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ||५||

* ॐ मृत्युंजय! महारुद्र ! त्राहि मां शरणागतम्,
जन्ममृत्युजरारोगः पीड़ितं कर्मबन्धनः ||६||

* ॐ हौं ॐ जूंसः ॐ भूर्भुवः स्वः,
त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्,
उर्वारुकमिव बंधनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्,
भूर्भुवः स्वरोम् जूं सः हौं ॐ,
धीमहि, तन्नो रुद्रः प्रचोदयात् ||७||

* दुर्लभं भारते जन्म दुर्लभं शिवपूजनम् ||८||

* ॐ नमः शिवाय मन्त्र का जप करना

दिन भर अधिकारानुसार शिवमन्त्र का यथाशक्ति जप करना चाहिये अर्थात् जो द्विज हैं और जिनका विधिवत् यज्ञोपवीत-संस्कार हुआ है तथा नियमपूर्वक यज्ञोपवीत धारण करते हैं, उन्हें 'ॐ नमः शिवाय' मन्त्र का जप
करना चाहिए, परंतु जो द्विजेतर अनुपनीत एवं स्त्रियाँ हैं, उन्हें प्रणवरहित 'शिवाय नमः' मन्त्र का ही जप करना चाहिए।

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