श्री दुर्गा सप्तशती के सिद्ध मंत्र | Shri Durga Saptashati Ka Siddh Mantra
Shri Durga Saptashati Ke Samput Mantra
जानिए श्री दुर्गा सप्तशती के सिद्ध मंत्र | Shri Durga Saptashati Ka Siddh Mantra जो साधना, सिद्धि, और सुरक्षा के लिए अत्यंत प्रभावशाली हैं। नवरात्रि और विशेष उपासना में इन मंत्रों का जप अद्भुत फल देता है।श्री दुर्गा सप्तशती जिसे देवी महात्म्य या चंडी पाठ भी कहा जाता है, हिन्दू धर्म का एक अत्यंत शक्तिशाली और पूजनीय ग्रंथ है। इसमें माँ दुर्गा के विविध रूपों की स्तुति, स्तोत्र और मंत्र शामिल हैं।श्री दुर्गा सप्तशती के सिद्ध सम्पुट-मन्त्र
1- विपत्ति-नाश के लिये* शरणागतदीनार्तपरित्राणपरायणे,
सर्वस्यार्तिहरे देवि नारायणि नमोऽस्तु ते ||
2- बाधा-शान्ति के लिये
सर्वाबाधाप्रशमनं त्रैलोक्यस्याखिलेश्वरि।
एवमेव त्वया कार्यमस्मद्वैरिविनाशनम् ||
3- सब प्रकार के कल्याण के लिये
* सर्वमंगलमंगल्ये शिवे सर्वार्थसाधिके ।
शरण्ये त्र्यम्बके गौरि नारायणि नमोऽस्तु ते ||
4- बाधामुक्त होकर धन-पुत्रादि की प्राप्ति के लिये
* सर्वाबाधाविनिर्मुक्तो धनधान्य सुतान्वितः।
मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः ||
5- लक्ष्मी के रूप में प्राप्ति के लिये
* या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मीरूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै ।। नमस्तस्यै ।। नमस्तस्यै नमो नमः ||
6- राज दरबार में भय से मुक्ति तथा रक्षा के लिये
* पन्थानं सुपथा रक्षेन्मार्ग क्षेमकरी तथा।
राजद्वारे महालक्ष्मीर्विजया सर्वतः स्थिता ||
7- बीज मंत्र संपूर्ण
* ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।
* ॐ ग्लौं हूं क्लीं जूं सः,
*ज्वालय ज्वालय ज्वल ज्वल प्रज्वल प्रज्वल,
ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे,
ज्वल हं सं लं क्षं फट् स्वाहा ||
8- बीज मंत्र संक्षिप्त
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ||