झांकी उमा महेश की लिरिक्स | Jhanki Uma Mahesh Ki Lyrics

Jhanki Uma Mahesh Ki Lyrics In Hindi
झांकी उमा महेश की,आठों पहर किया करू,
नैनो के पात्र में सुधा,
भर भर के मैं पिया करू ||
वाराणसी का वास हो,
और न कोई पास हो,
गिरजापति के नाम का,
सुमिरन भजन किया करू ||
जयति जय महेश हे,
जयति नन्दिकेश हे,
जयति जय उमेश हे,
प्रेम से मैं जपा करूँ ||
अम्बा कहीं श्रमित न हों,
सेवा का भार मुझको दो,
जी भरके तुम पिया करो,
घोट के मैं दिया करूँ ||
जी में तुम्हारी है लग्न,
खींचते हैं उधर व्यसन,
हर दम चलायमान मन,
इसका उपाय क्या करूँ ||
भिक्षा में नाथ दीजिए,
अपनी शरण में लीजिये,
ऐसा प्रबन्ध कीजिए,
सेवा में मैं रहा करूँ ||
तुम तो जगत के नाथ हो,
सब पर दया का हाथ हो,
मैं ही निराश हो प्रभु,
द्वारे से, क्यों फिरा करूँ ||
बेकल हूँ नाथ रात दिन,
चैन नहीं है आप बिन,
दास तो सब्र करभी ले,
दिल का उपाय क्या करूँ ||
झाँकी उमा महेश की,
आठों पहर किया करूँ,
नैनों के पात्र में सुधा,
भर-भर के मैं पिया करूँ ||
झाँकी उमा महेश की,
आठों पहर किया करूँ,
झाँकी उमा महेश की,
आठों पहर किया करूँ ||