होली आई रे पिया जी रे देश लिरिक्स | Holi Aayi Re Piya Ji Ke Desh Lyrics

Holi Aayi Re Piya Ji Ke Desh Lyrics In Hindi
होली का पर्व उमंग, उल्लास और रंगों का संगम होता है। यह त्यौहार न केवल प्रेम और सौहार्द का प्रतीक है, बल्कि भक्ति और संगीतमय उल्लास से भी भरा रहता है। "होली आई रे पिया जी के देश" एक प्रसिद्ध होली भजन है, जिसे सुनकर मन भक्तिरस में डूब जाता है। यह भजन राधा-कृष्ण की प्रेममयी होली का वर्णन करता है और उनकी दिव्य लीलाओं को जीवंत करता है। इस लेख में हम आपको इस सुंदर भजन के बोल (Lyrics) से आपको रंगो के त्योहार होली की बहुत-बहुत शुभकामनायें।होली आई रे पिया जी रे देश लिरिक्स हिन्दी में
होली आई रे,पिया जी रे देश रे,
म्हारो श्याम हठीलो,
कान्हा केसर खेलत होली रे ||
होली का खेल महादेव खेले,
खेलत गणपत गोरी,
होली आई रे पिया जी के देश रे ||
होली आई रे,
पिया जी रे देश रे,
म्हारो श्याम हठीलो,
कान्हा केसर खेलत होली रे ||
होली का खेल महादेव खेले,
खेलत गणपत गोरी,
होली आई रे पिया जी के देश रे ||
होली आई रे,
पिया जी रे देश रे,
म्हारो श्याम हठीलो,
कान्हा केसर खेलत होली रे ||
होली का खेल महादेव खेले,
खेलत गणपत गोरी,
होली आई रे पिया जी के देश रे ||
होली आई रे,
पिया जी रे देश रे,
म्हारो श्याम हठीलो,
कान्हा केसर खेलत होली रे ||
होली का खेल महादेव खेले,
खेलत गणपत गोरी,
होली आई रे पिया जी के देश रे ||
होली आई रे,
पिया जी रे देश रे,
म्हारो श्याम हठीलो,
कान्हा केसर खेलत होली रे ||
होली का खेल महादेव खेले,
खेलत गणपत गोरी,
होली आई रे पिया जी के देश रे ||
होली आई रे,
पिया जी रे देश रे,
म्हारो श्याम हठीलो,
कान्हा केसर खेलत होली रे ||
होली का खेल महादेव खेले,
खेलत गणपत गोरी,
होली आई रे पिया जी के देश रे ||