श्री गंगा जी के 108 नाम लिरिक्स | Shri Ganga Ji Ke 108 Naam Lyrics

Shri Ganga Ji Ke 108 Naam Lyrics

Shri Ganga Ji Ke 108 Naam Lyrics In Hindi

श्री भगवती गंगा माँ के इन 108 श्रेष्ठ नामों का जाप करने से समस्त पापों का विनाश होता है। मुनि श्रेष्ठ श्री नारद ! ऋषि अनुसार जो ब्यक्ति प्रातः काल की बेला मे उठकर स्नान ध्यान कर माता श्री गंगा के इन परम पुण्य देने वाले इन 108 नामों का वाचन एवं पाठ भक्ति पूर्वक पढ़ता व सुनता है। उसके ब्रम्ह हत्या आदि पाप भी नष्ट हो जाते हैं तथा वह अतुलनीय आरोग्य एवं सुख प्राप्त करता है। इसमे कोई संदेह नहीं है।

श्री गंगा जी के 108 नाम

१- ॐ गङ्गायै नमः,
२- ॐ भागीरथ्यै नमः,
३- ॐ त्रिपथगायै नमः,
४- ॐ जन्हुपुत्र्यै नमः,
५- ॐ विष्णुपादप्रसूतायै नमः,
६- ॐ शिवोदकायै नमः,
७- ॐ सुरस्रोतसे नमः,
८- ॐ भुवनपावन्यै नमः,
९- ॐ विष्णुकमलजायै नमः ||

१०- ॐ स्वर्गसोपानायै नमः,
११- ॐ पुण्यस्रोतसे नमः,
१२- ॐ तीर्थराजायै नमः,
१३- ॐ देवनदीश्रियै नमः,
१४- ॐ योगिध्येयायै नमः,
१५- ॐ मुनीन्द्रसेव्यायै नमः,
१६- ॐ तपोनिधये नमः,
१७- ॐ पापहारिण्यै नमः,
१८- ॐ पुण्यदायै नमः ||

१९- ॐ मुक्तिदायिन्यै नमः,
२०- ॐ संसारतारिण्यै नमः,
२१- ॐ पतितपावन्यै नमः,
२२- ॐ हरिपादोद्भवायै नमः,
२३- ॐ अमृतायै नमः,
२४- ॐ भक्तसुलभायै नमः,
२५- ॐ सर्वतीर्थमयीश्रिये नमः,
२६- ॐ सर्वदुःखविनाशिन्यै नमः,
२७- ॐ सर्वसंपत्प्रदायिन्यै नमः,
२८-ॐ धर्मकामार्थदायिन्यै नमः ||

२९- ॐ महापातकनाशिन्यै नमः,
३०- ॐ धर्मदायै नमः,
३१- ॐ सत्यसंधायै नमः,
३२- ॐ तपस्विन्यै नमः,
३३- ॐ सिद्धिसाधनायै नमः,
३४- ॐ योगिनीश्रियै नमः,
३५- ॐ सर्वदेवस्तुतायै नमः,
३६- ॐ संसारसागरोत्तारण्यै नमः ||

३७- ॐ शरणागतवत्सलायै नमः,
३८- ॐ सुरसरित्प्रभावायै नमः,
३९- ॐ महाभागायै नमः,
४०- ॐ सर्वतीर्थमयीश्रियै नमः,
४१- ॐ ब्रह्मस्वरूपायै नमः,
४२- ॐ ब्रह्मलोकायै नमः,
४३- ॐ मोक्षदायिन्यै नमः,
४४- ॐ ब्रह्मरूपायै नमः,
४५- ॐ परायै नमः ||

४६- ॐ शांतायै नमः,
४७- ॐ परमात्मिकायै नमः,
४८- ॐ नित्यशुद्धायै नमः,
४९- ॐ नित्यपुण्यायै नमः,
५०- ॐ ज्ञानस्वरूपिण्यै नमः,
५१- ॐ श्रद्धारूपायै नमः,
५२- ॐ भक्तिप्रदायिन्यै नमः,
५३- ॐ स्वर्गद्वारायै नमः,
५४- ॐ मुक्तिदायिन्यै नमः ||

५५- ॐ परमानंदरूपिण्यै नमः,
५६- ॐ सर्वज्ञायै नमः,
५७- ॐ सर्वमङ्गलायै नमः,
५८- ॐ पराशक्त्यै नमः,
५९- ॐ सर्वपापविनाशिन्यै नमः,
६०- ॐ कैलासनिवासायै नमः,
६१- ॐ शंकरप्रियायै नमः,
६२- ॐ सर्वसिद्धिप्रदायिन्यै नमः,
६३- ॐ दयानिधये नमः ||

६४- ॐ कृपारूपायै नमः,
६५- ॐ आनंदरूपायै नमः,
६६- ॐ भक्तवत्सलायै नमः,
६७- ॐ लोकमातृस्वरूपिण्यै नमः,
६८- ॐ रुद्रपत्नीप्रियायै नमः,
६९- ॐ शक्तिस्वरूपिण्यै नमः,
७०- ॐ देवपूज्यायै नमः,
७१- ॐ महर्षिसेवितायै नमः,
७२- ॐ लोकपावन्यै नमः ||

७३- ॐ धर्मपत्नीप्रियायै नमः,
७४- ॐ दिव्यरूपायै नमः,
७५- ॐ महालक्ष्म्यै नमः,
७६- ॐ प्राणदायिन्यै नमः,
७७- ॐ संसारमोक्षदायिन्यै नमः,
७८- ॐ अद्वितीयायै नमः,
७९- ॐ सत्यानंदस्वरूपिण्यै नमः,
८०- ॐ ब्रह्मलोकायै नमः,
८१- ॐ धर्मपत्नीप्रियायै नमः ||

८२- ॐ शरणागतवत्सलायै नमः,
८३- ॐ भक्तिप्रदायिन्यै नमः,
८४- ॐ ध्यानस्वरूपिण्यै नमः,
८५- ॐ चैतन्यरूपायै नमः,
८६- ॐ सर्वज्ञायै नमः,
८७- ॐ विश्वरूपायै नमः,
८८- ॐ सर्वतीर्थायै नमः,
८९- ॐ पुण्यफलप्रदायिन्यै नमः,
९०- ॐ संसारसागरोत्तारण्यै नमः ||

९१- ॐ मुक्तिस्वरूपायै नमः,
९२- ॐ महाशक्त्यै नमः,
९३- ॐ महापुण्यायै नमः,
९४- ॐ महादेवप्रियायै नमः,
९५- ॐ भक्तिप्रदायिन्यै नमः,
९६- ॐ धनदायै नमः,
९७- ॐ सौभाग्यदायिन्यै नमः,
९८- ॐ ज्ञानप्रदायिन्यै नमः,
९९- ॐ शिवरूपायै नमः ||

१००- ॐ सत्यरूपिण्यै नमः,
१०१- ॐ महालक्ष्म्यै नमः,
१०२- ॐ सर्वसंपत्प्रदायिन्यै नमः,
१०३- ॐ तपस्विन्यै नमः,
१०४- ॐ ध्यानयोगप्रदायिन्यै नमः,
१०५- ॐ सत्यस्वरूपिण्यै नमः,
१०६- ॐ मोक्षप्रदायिन्यै नमः,
१०७- ॐ नित्यशुद्धायै नमः ||
१०८- ॐ गङ्गायै नमः।

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