सबसे शक्तिशाली हनुमान बीज मंत्र लिरिक्स | Powerful Hanuman Mantra Lyrics

Hanuman Ji Ke Powerful Mantra In Hindi

कलयुग के सबसे शक्तिशाली देव महाबली श्री हनुमान जी हैं। इनके मंत्रों का जाप करने से भगवान श्री हनुमान जी प्रसन्न होकर शीघ्र ही समस्त मनोकामनाओं पूर्ण करते है। ऐसा कोई भी कार्य जग में नहीं है जो हमारे वीरवर श्री बजरंगबली जी की स्तुति कर पूरा न हुआ हो। श्री हनुमान जी के 51 प्रमुख मंत्र एवं उनकी स्तुति से हमारे जीवन मे कब करना चाहिए का उल्लेख किया है। अर्थ सहित हनुमान जी के 51 पावरफुल मंत्र


Original Hanuman Mandir Mahmudabad

Arth Sahit 51 Powerful Hanuman Mantra In Hindi

१- श्रीरामचरणाम्भोज-युगल-स्थिरमानसम्,
आवाहयामि वरदं हनुमन्तमभीष्टदम् ||
इस हनुमान मंत्र से पवनपुत्र श्री हनुमान का आवाह्न करें ।

२- सौवर्णमासनं तुभ्यं कल्पये कपिनायक ||
इस हनुमान मंत्र को पढ़ते हुए उन्हें आसन समर्पित करें।

३- रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय,
सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय,
रामदूताय स्वाहा ||
श्री हनुमान मूल मन्त्र का जाप करने से समस्त कार्यों मे विजय की प्राप्ति होती है। शत्रुओं का नाश करने के लिए इस मंत्र का प्रयोग किया जाता है।

४- वायुपुत्राय धीमहि,
तन्नो हनुमत् प्रचोदयात् || 
श्री हनुमान गायत्री मंत्र से संकटों का नाश होता है। मानसिक शक्ति एवं बुद्धि की प्राप्ति होती है।

५- तेन्द्रियम् बुद्धिमताम् वरिष्ठम्,
वातात्मजम् वानरयूथमुख्यम्,
श्री रामदूतम् शरणम् प्रपद्ये ||
इस मंत्र के जाप करने से मन की शांति के साथ कृपा की प्राप्ति होती है। इस मंत्र का प्रयोग से शतुओं का दमन होता है।

६- अतुलितबलधामं,
हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं,
ज्ञानिनामग्रगण्यम् |
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं,
रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥
इस मंत्र से महाबली श्री हनुमान जी शीघ्र प्रसन्न होकर कार्य में सिद्धि प्रदान करते हैं।

७- धीमहि तन्नो मारुति प्रचोदयात् ||
श्री संकट मोचन वीरवर श्री हनुमान जी की महिमा स्वरूप इस मंत्र का जाप करने से सर्व कार्यों में सिद्धि की प्राप्ति होती है।

८- ॐ आञ्जनेयाय विद्महे,
९--  मनोजवम् मारुततुल्यवेगम्जि,
१०- ॐ हं हनुमते नम:।
११- ॐ अंजनिसुताय विद्महे वायुपुत्राय,
१२- ॐ शान्ताय नम:|
१३-ॐ मारुतात्मजाय नमः |
१४-ऊं हं हनुमते नम:|
श्री हनुमान जी को प्रसन्न कर सर्व कार्य सिद्धि प्राप्त करने के लिए प्रयोग किया जाता है।

१५- ॐ ऐं भ्रीम हनुमते,
१६- हनुमन्नंजनी सुनो वायुपुत्र महाबल:,
१७- बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवनकुमार,
१८- नासै रोग हरै सब पीरा,
१९- ओम हं हनुमते नमः ||
 २०-ओम नमो भगवते हनुमते नम: ||

२१- मनोजवं मारुततुल्यवेगं,
२२-तैलाभ्यंगयिष्यामि सिन्दूरं गृह्यतां प्रभो ||
२३- मध्वाज्य – क्षीर – दधिभिः सगुडैर्मन्त्रसन्युतैः|
२४- मन्त्रहीनं क्रियाहीनं भक्तिहीनं कपीश्वर |
२५- सुमिरि पवन सुत पावन नामू,
२६- सुमिरि पवन सुत पावन नामू।
२७- संकट कटे मिटे सब पीरा ||

२८-- श्री हनुमान चालीसा,
2९- श्री बजरंग बाण,
३०- श्री हनुमान अष्टोत्तर शतनाम नामावली,
३१- श्री सुंदरकांड पाठ,
३२- श्री राम चरित्र मानस ||

3३- श्री हनुमान आरती,
३४- श्री हनुमान नमस्कार,
३५- श्री हनुमान गाथा,
३६- श्री हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम,
३७- श्री हनुमान अष्टक,
३८- श्री हनुमान अमृत वाणी,
३९- बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवनकुमार।

४०- ऊँ हुँ हुँ हनुमतये फट्।
४१- ऊँ पवन नन्दनाय स्वाहा।
४२- नमो भगवते आन्जनेयाये महाबलाये स्वाहा।

४३- ओम नमों हनुमते रुद्रावताराय विश्वरूपाय अमित विक्रमाय प्रकटपराक्रमाय महाबलाय सूर्य कोटिसमप्रभाय रामदूताय स्वाहा।
४४- ओम नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसहांरणाय सर्वरोगाय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।
४५- ओम नमो हनुमते रुद्रावतराय वज्रदेहाय वज्रनखाय वज्रसुखाय वज्ररोम्णे वज्रनेत्राय वज्रदंताय वज्रकराय वज्रभक्ताय रामदूताय स्वाहा।
४६-ॐ द्वैतशास्त्रप्रणेत्रे नमः।
४७- ॐ साङ्ख्यशास्त्रस्य दूषकाय नमः।
४८- ॐ बौद्धागमविभेत्त्रे नमः।
४९- ऊँ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट।
५०- ॐ महामतये नमः।
५१ - जय श्री राम ||

भगवान श्री हनुमान जी कलयुग के प्रमुख देव के रूप में पूजे जाते है। भगवान श्री राम के अनन्य भक्त श्री हनुमान जी को प्रसन्न कर आज के युग के सारे मनोरथ पूर्ण किए जा सकते हैं। महाबली श्री हनुमान जी की कृपा से सारे रोग, दोष, भय का नाश का नाश होता है। मोक्ष की प्राप्ति होती है। हमारे द्वारा गलती से जाने अंजाने में हुये पापों से भगवान श्री हनुमान जी अपने भक्तो की रक्षा करते हैं। मनोकामनाओं की पूर्ति यथा शीघ्र करते है लेकिन योजनावृद्ध और द्वेषपूर्ण के हित कार्य सिद्ध की भावना में आकर कृपया पाठ न करे। श्री हनुमान जी की कृपा से ही कलयुग के भव से पार पाया जा सकता है। इनकी कृपा के बिना श्री राम न मिलेंगे। कलयुग में मात्र श्री राम नाम से ही मात्र से ही महाबली श्री हनुमान जी को प्रसन्न किया जा सकता है।

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