एक तरफ सांवले से कान्हा लिरिक्स | Ek Taraf Sanwle Se Kanha Lyrics
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Ek Taraf Sanwle Se Kanha Lyrics In Hindi
दुनिया क्या अपनी हस्ती,को ही मिटा बैठे हैं,
जिस पल हम राधा रानी से,
दिल को लगा बैठे हैं,
दुनिया क्या अपनी हस्ती,
को ही मिटा बैठे हैं ||
जिस पल हम अपने मोहन से,
दिल को लगा बैठे हैं,
हम खोये रहें उनमें हैं,
जब से प्रीत लगी है मोरी,
एक तरफ सांवले से कान्हा,
दूजी राधिका गोरी ||
जैसे एक दूसरे से मिलकर,
हो गये चांद चकोरी,
कान्हा मुरली की तान सुनावें,
तो सुर राधे बन जाए,
और श्याम उसी को मिलते हैं ||
जो राधे राधे गाये,
गुलाल लगावे राधा के,
कान्हा खेले जब होरी,
एक तरफ सांवले से कान्हा,
दुजी राधिका गोरी ||
जैसे एक दूसरे से मिलकर,
हो गये चांद चकोरी,
भटका है मन माया में,
अब हरि से ध्यान लगाना,
करुणा करके सबको भजकर,
ये जीवन शुद्ध बनाना ||
उसे मोहन मुरली वाले ने,
दिल की करी है चोरी,
एक तरफ सांवले से कान्हा,
दुजी राधिका गोरी,
जैसे एक दूसरे से मिलकर,
हो गये चांद चकोरी ||