श्री सरस्वती आरती लिरिक्स | Saraswati Aarti Lyrics

Saraswati Aarti Lyrics

Saraswati Aarti Lyrics In Hindi

माँ सरस्वती को विद्या की देवी कहा गया है इनकी कृपा से ही हमें ज्ञान की प्राप्ति होती है| इनकी अराधना से बुद्धि और सौभाग्य एवं शिक्षा की प्राप्ति होती है| विद्या, बुद्धि, भाषा, कला और ज्ञान की प्राप्ति के लिए हमें माँ सरस्वती आरती [वंदना] जरुर करनी चाहिए| 

ओइम् जय वीणे वाली,
मैया जय वीणे वाली,
ऋद्धि-सिद्धि की रहती,
हाथ तेरे ताली,
ऋषि मुनियों की बुद्धि को,
शुद्ध तू ही करती,
स्वर्ण की भाँति शुद्ध,
तू ही माँ करती ||

ज्ञान पिता को देती,
गगन शब्द से तू,
विश्व को उत्पन्न करती,
आदि शक्ति से तू,
हंस-वाहिनी दीज,
भिक्षा दर्शन की,
मेरे मन में केवल,
इच्छा तेरे दर्शन की ||

ज्योति जगा कर नित्य,
यह आरती जो गावे
भवसागर के दुख में,
गोता न कभी खावे ||

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