माँ गंगा आरती लिरिक्स | Maa Ganga Aarti Lyrics
Shri Ganga Aarti Lyrics In Hindi
माँ श्री गंगा मैया की आरती करने मन को शांति एवम अनजाने मे होने वाले पापों से मुक्ति मिलती है। माँ गंगा आरती करने से भगवान शिव और विष्णु जी का आशीर्वाद मिलता है। धन, सुख, और वैभव की प्राप्ति होती है। माँ गंगा आरती करने से हर इच्छा पूरी होती है और सभी कष्ट दूर होते हैं। माँ गंगा आरती हर शाम सूर्यास्त के समय होती है।श्री गंगा मैया आरती
नमामि गंगे ! तव पाद पंकजम्,सुरासुरैः वंदित दिव्य रूपम्,
भक्तिम् मुक्तिं च ददासि नित्यं,
भावानुसारेण सदा नराणाम्,
हर हर गंगे, जय माँ गंगे,
हर हर गंगे, जय माँ गंगे ||
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ||
जो नर तुमको ध्याता,
मनवांछित फल पाता,
चंद्र सी जोत तुम्हारी,
जल निर्मल आता,
शरण पडें जो तेरी,
सो नर तर जाता ||
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ||
पुत्र सगर के तारे,
सब जग को ज्ञाता,
कृपा दृष्टि तुम्हारी,
त्रिभुवन सुख दाता ||
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ||
एक ही बार जो तेरी,
शारणागति आता,
यम की त्रास मिटा कर,
परमगति पाता ||
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ||
आरती मात तुम्हारी,
जो जन नित्य गाता,
दास वही सहज में,
मुक्त्ति को पाता ||
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ||
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता,
जो नर तुमको ध्याता,
मनवांछित फल पाता,
ॐ जय गंगे माता,
श्री जय गंगे माता ||