खाटू में लगा के दरबार लिरिक्स | Khatu Me Lga Ke Darbar Lyrics
Khatu Me Lga Ke Darbar Lyrics In Hindi
खाटू मे बैठा दरबार,लगा के लखदातारी,
खाटू मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी,
लखदातारी बाबा ||
तीन बाण धारी,
भक्तों के इंतजार मे,
बैठा शीष का दानी,
खाटु मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी ||
मात मोरवी की आंखों के तारे,
सज धज के बैठे बाबा हमारे,
खड़े है भक्त कतार मे,
कब आएगी बारी,
खाटु मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी,
खाटु मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी ||
शुक्ल पक्ष की ग्यारस निराली,
दूर पास के आते सवाली,
भर के खुशी और प्यार मे,
आते दर पे पुजारी,
खाटु मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी,
खाटु मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी ||
निशान उठा के,
करे भावना भी दर्शन आके,
श्याम की जय जयकार मे,
खुशी मिलती है भारी,
खाटु मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी,
खाटु मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी ||
खाटू मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी,
लखदातारी बाबा,
तीन बाण धारी,
भक्तों के इंतजार मे,
बैठा शीष का दानी,
खाटु मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी,
खाटु मे बैठा दरबार,
लगा के लखदातारी ||