गणनायक महाराज आहवान लिरिक्स | Gan Nayak Mahraj Aawahan Lyrics
Gan Nayak Mahraj Aawahan Lyrics In Hindi
गणनायक महाराजको प्रथम करा आहवान,
म्हारा कारज सफल बनादो,
थारो ऊँचो स्थान ॥
शिवयोगी का पुत्र लाड़ला,
पार्वती का प्यारा हो,
एक दन्त गजवदन विनायक,
सब देवां स न्यारा हो,
आ जाओ दूंद दुंदाला,
म्हे करां थारा गुणगान ॥
ऋषि मुनि और देवी देवता,
करै बड़ाई थारी जी,
ऋद्धि सिद्धि शुभ लाभ के दाता,
थे सबका हितकारी जी,
सब शुभ कामां म देवा,
होव थारो सम्मान ॥
थान्न प्रथम मनाय करां हाँ,
म्हे किर्तन को शुभ आरम्भ,
देरी मतना करो दयालू,
अब आ जाओ थे अविलम्ब,
संग देवी देवता ल्याज्यो,
थारी सब स पहचान ॥
“सेवक मण्डल” का सब टाबरिया,
हर्ष हर्ष गुण गाव है,
“बिन्नू” भी भगतां क सागै,
जय जयकार लगाव है,
किर्तन में रंग जमाज्यो,
मानांगा म्हें एहसान ॥