ऐसे काम जो नहीं करना चाहिए | Aise Kam Jo Nahi Karna Chahiye

Aise Kam Jo Nahi Karna Chahiye

Aise Kam Jo Nahi Karna Chahiye

ये सेवा अपराध है इनसे बचना चाहिए |

*सवारी पर चढ़ के भगवान के दर्शन करने जाना यदि अगर आप जा भी रहे है तो काम से काम १०० कदम आप पैदल चले जुते चप्पल इत्यादि पहन कर मंदिर जाना अपराध है| भगवान के दर्शन के लिए सवारी से जाना, जुटे चप्पल खडाऊ पहनकर जाना निषेध है कोशिश करे अगर ना हो सके तो मंदिर की सीढियों पर जूते चप्पल खडाऊ इत्यादि का त्याग अवश्य कर दे |

*रथ यात्रा जन्माष्टमी, राधाष्टमी, रामनवमी, दुर्गाष्टमी इत्यादि उत्सवो में अवश्य सम्मिलित होना चाहिए|
भगवान के श्री विघ्रह के दर्शन होने पर उन्हें प्रणाम न करना अपराध है|
एक हाथ से भगवान को प्रणाम करना भी अपराध है|

*परिक्रमा करते समय प्रभु के श्री विघ्रह के सामने आकर रुक कर उनको प्रणाम न करना अपराध है कोशिश करे रुक कर साष्टांग प्रणाम करे| बिना प्रणाम करते सिर्फ घुमते रहना भी अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने पैर पसार कर बैठना भी अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने बैठ कर सोना भी अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने बैठ कर भोजन करना भी अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने झूठ बोलना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने तेज आवाज में बात करना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने आपस में कुशल मंगल पूँछना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने किसी को उपदेश देना भी अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने किसी को डाटना या दंड देना भी अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने किसी को पीड़ा देना या मारना पीटना भी अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने किसी को आशीर्वाद देना भी अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने किसी और को प्रणाम करना भी अपराध है| शिवाय गुरु देव के, गुरु को आप सर्वत्र प्रणाम कर सकते है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने कटु वचन बोलना भी अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने बैठ कर कम्बल ओढ़ कर जाना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने किसी की निंदा करना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने किसी की स्तुति या प्रणाम अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने अश्लील भाषण अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने अधोवायु त्यागना अपराध है|

*सामर्थ्य रहते गौड़ उपचार के द्वारा प्रभु का भोग लगाना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के बिना भोग लगाए कुछ भी खाना पीना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने पीठ करके खड़ा होना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने गुरुदेव की स्तुति न करना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने अपने मुख अपनी प्रसंसा करना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने किसी भी देवी देवता की निंदा करना अपराध है|

*भगवत मार्ग में अपने प्रभु के अतिरिक्त अन्य कोई आश्रय खोजना अपराध है|

*प्रभू के श्री विघ्रह के सामने भयभीत होना अपराध है|

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