हे सिंहवाहिनी जगदम्बे लिरिक्स | Hey Singh Vahini Jagdambe Lyrics

Hey Singh Vahini Jagdambe Lyrics In Hindi
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ,तेरा ही एक सहारा है,
मेरी विपदाएं दूर करो,
और कृपा दृष्टि इस ओर करो,
संकट के बीच घिरे हैं माँ,
आशा से तुम्हें पुकारा है,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..
कुमकुम अक्षत और पुष्पों से,
नैवैद्य धूप और अर्चन से,
नित तुम्हें रिझाया करते हैं,
क्यों अब तक नहीं उबारा है ,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..
भव बाधायें हरने वाली,
जन-जन की बाधा हरती हो,
मेरी भी बाधाएँ हरना,
जगजननी काम तुम्हारा है,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..
कौमारी सरस्वती तुम हो,
वैषणवी तुम्हीं ब्रह्माणी हो,
कर शंख चक्र और पदम् लिए,
लक्ष्मी भी रूप तुम्हारा है,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..
जब-जब मानव पर कष्ट पड़ा,
तब-तब तुमने औतार लिया,
हे कल्याणी हे ब्रह्माणी,
इन्द्राणी रूप तुम्हारा है,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..
था शुम्भ निशुम्भ असुर मारा,
और रक्तबीज का रक्त पिया,
हे सिद्धवदी हे गौरी माँ,
काली भी रूप तुम्हारा है,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..
दुर्लोचन को तुमने मारा
महिषासुर तुमने संहारा
हे सिंहवाहिनी अष्टभुजी
नवदुर्गे रूप तुम्हारा है,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..
जब वैश्य सुरभ ने तप करके,
अपना तन तुम्हें चढ़ाया था,
दर्शन दे जीवन दान दिया,
ज्योतिषमय रूप तुम्हारा है,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..
तेरी शरणागत में आकर,
तेरी ही महिमा को गाकर,
माँ सरस्वती के मंत्रो से,
भक्तों ने तुम्हे पुकारा है,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..
मधु-कैटभ सा दानव मारा,
और चंड-मुंड को चूर किया,
हे महेश्वरी हे महामाया,
चामुण्डा रूप तुम्हारा है,
हे सिंहवाहिनी जगदम्बे ..