जल चालीसा लिरिक्स | Jal Chalisa Lyrics
“जल ही जीवन है” जल की एक-एक बूंद अमूल्य है इसके बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती अर्थात जहां पानी | Water होता है वहां जीवन | Life है। पूरे ब्रह्मांड में पृथ्वी पर ही जल पाया जाता है। जल हमें प्रकृति के द्वारा दिया गया एक अनमोल रत्न है हमें इसका सम्मान करना चाहिए।
न कि इसको व्यर्थ में बर्बाद करके प्रकृति का दोहन करना चाहिए। मनुष्य, जानवरों, पेड़ पौधे सभी के लिए "जल ही जीवन है, जल के बिना जीवन असंभव है।
“जल ही जीवन है”, इसका यह अर्थ है कि जहां पानी होता है वहां जीवन होता है। पूरे ब्रह्मांड में पृथ्वी पर ही जल पाया जाता है। जल हमें प्रकृति के द्वारा दिया गया है तो हमें इसका सम्मान करना चाहिए न कि इसका व्यर्थ में बर्बाद करना चाहिए। मनुष्य, जानवरों, पेड़ पौधे सभी के जीवन में जल का उपयोग होता है, जल के बिना जीवन असंभव है।
भारत सरकार भी जल के संरक्षण विभिन्न योजनाओ को चला कर जल का सदुपयोग कर जीवन को उन्नति की ओर अग्रसर करने मे सहयोग कर रही है।
Jal Chalisa In Hindi Lyrics
जीवन का पर्याय जल, सभी सुखों की खान।।बूंद-बूंद बहुमूल्य है, दें पूरा सम्मान।।
मात पिता भ्राता सम त्राता।
शंभु शीश गंगा जल साजे।
वरुणदेव जलपति कहलाता।
कालिंदी का कृष्ण कन्हैया।
जन्म-जन्म के पाप हरे जल।
जल ही काशी मोक्ष द्वार है।
नदिया तट पर केवट जानी।
यही कह रही है गुरबानी।
नदियां तब माता कहलाईं।
पितरों का भी तर्पण जल से।
पानी के सम और न दूजा।
जीव-जंतु की जान सदा जल।
गागर से बन जाता सागर।
नीर बिना नीरस है जीवन।
लहरे खेती मन हरषाए।
फिर भी चाहिए पानी दिन भर।
समुचित जल जब हम ना पाएं।
भोजन कैसे खाये कोई।
खाली होंगे सब के ही नल।
जाने तो अच्छी हो दुनिया।
गाड़ी पर हम जल ना खोएं।
व्यर्थ बहे झटपट दौड़ें।
जल का व्यर्थ बहाव करें ना।
जीवन के पल-पल की सोचें।
यही बताता है भूकम्पन।
बिन पानी खेती जल जाती।
इसी बात का ध्यान धरेंगे।
उस जल को बेकार न डालें।
कण-कण में जीवन रस घोलें।
कुदरत का उपहार सदा जल।
जल-संचय भी हम कर लें अब।
पानी कभी न नष्ट करेंगे।
ताकि न आए संकट का कल।
उसमें कभी नहीं डालें मल।
जैसे बचे बचाएं हर पल।
उमड़-घुमड़ घन बरखा लाएं।
लगें पेड़ तो फिर क्यों तरसें।
समझें जब यह तभी बचे जल।
बूंद-बूंद से घड़ा भरेगा।
जल सब तरह बचाना होगा।
तब लौं जीवन सुखभरा, बरसे चहुं दिस नूर।।
जल बचाव अभियान की, मन में लिए उमंग।
आओ सब मिलकर चलें, “रमेश गोयल” संग।।
जल मंदिर, जल देवता, जल पूजा जल ध्यान।
जल की महिमा क्या कहें, जाने सकल जहान।
जय जलदेव सकल सुखदाता,
सागर जल में विष्णु बिराजे,
इंद्र देव है जल बरसाता,
रामायण की सरयू मैया,
गंगा यमुना नाम धरे जल,
ऋषिकेश है, हरिद्वार है,
राम नाम की मीठी बानी,
माता भूमि पिता है पानी,
जन जन हेतु नीर ले आईं,
सूर्य देव को अर्पण जल से,
चाहे हवन करें या पूजा,
चाहे नभ हो, या हो जल-थल,
बूंद-बूंद से भरता गागर,
नीर क्षीर मधु खिलता तन-मन,
नदी सरोवर जब भर जाए,
तीन भाग जल काया भीतर,
तीरथ व्रत निष्फल हो जाएं,
जल बिन कैसे बने रसोई,
नदियों में जब ना होगा जल,
घटता भू जल सूखी नदियां,
पाइप से हम फर्श न धोएं,
टूंटी कभी न खुल्ली छोड़ें,
बिन मतलब छिड़काव करें ना,
जल की सोचें, कल की सोचें,
बड़ी भूल है भूजल दोहन,
कम वर्षा है अति तड़पाती,
वर्षा जल एकत्र करेंगे,
बर्तन मांजें वस्त्र खंगालें,
पौधे सींचें आंगन धोलें,
जीवन जीवाधार सदा जल,
धन संचय तो करते हैं सब,
हम सब मिल संकल्प करेंगे,
सोचें जल बर्बादी का हल,
सुनलें जरा नदी की कल कल,
जीवन का अनमोल रतन जल,
हरे-भरे हम पेड़ लगाएं,
पेड़ों के बिन मेघ ना बरसें,
जल से जीवन, जीवन ही जल,
हम सुधरेंगे जग सुधरेगा,
जन जन हमें जगाना होगा,
कूएं नदियां बावड़ी, जब लौं जल भरपूर।
"जल अमूल्य है"
इति
Jal Chalisa In English Lyrics
Jal Mandir, Jal Devta, Jal Pooja, Jal Dhyan,
Jeevan Ka Paryay Jal, Sabhi Sukho Ki Khan,
Boond-Boond Bahumoolya Hai, De Poora Samman.
Maat Pita Bhrata Sam Trata,
Shambhu Sheesh Ganga Jal Saje.
Varundev Jalpati Kahlata,
Kalindi Ka Krishna Kanhaiya.
Janm-janm Ke Paap Hare Jal,
Jal Hi Kashee Moksh Dwar Hai.
Nadiya Tat Par Kevat Jaanee,
Yahee Kah Rahi Hai Gurbanee.
Nadiyan Tab Mata Kahlayee,
Pitaron Ka Bhi Tarpan Jal Se.
Pani Ke Sam Aur Na Dooja,
Jeev-Jantu Ki Jaan Sada Jal.
Gagar Se Ban Jata Sagar,
Neer Bina Neeras Hai Jeevan.
Lahre Kheti Man Harshaye,
Fir Bhi Chahiye Pani Din Bhar.
Samuchit Jal Jab Ham Na Paayen,
Bhojan Kaise Khaye Koi.
Khali Hoge Sab Ke Hi Nal,
Jane To Achi Ho Duniya.
Gadi Par Har Jal Na Khoye,
Byarth Bahe Jhatpat Daure.
Jal Ka Byarth Bahaav Kare Na,
Jeevan Ke Pal-Pal Ki Soche.
Yahi Batlata Hai Bhukampan,
Bin Pani Kheti Jal Jati.
Isi Bat Ka Dhyan Dharenge,
Us Jal Ko Bekar Na Dale.
Kan-Kan Me Jeevan Ras Ghole,
Kudrat Ka Uphar Sada Jal.
Jal-Sanchay Bhi Ham Kar Le Ab,
Pani Kabhi Na Nasht Karenge.
Taki Na Aaye Sankat Ka Kal,
Usme Kabhi Nahi Dale Mal.
Jaise Bache Bachaye Har Pal,
Umad-Ghumar Ghan Barakha Laaye.
Lage Ped To Fir Kyu Tarase,
Samjhe Jab Yah Tabhi Bache Jal.
Boond-Boond Se Ghada Bharega,
Jal Sab Tarah Bachana Hoga.
Jab Lau Jeevan Sukhbhara, Barse Chahu Dis Noor.
Jal Bachaav Abhiyaan Ki, Man Me Liye Umang,
Aao Sab Milkar Chale, "Ramesh Goyaal" Sang.
Jal Ki Mahima Kya Kahe, Jane Sakal Jahan.
Jai Jaldev Sakal Sukhdata,
Sagar Jal Me Vishnu Viraje,
Indraa Dev Hai Jal Barsata,
Ramayan Ki Saryu Maiya,
Ganga Yamuna Nam Dhare Jal,
Rishikesh Hai, Haridwar Hai,
Ram Naam Ki Mithi Banee,
Mata Bhumi Pita Hai Pani,
Jan Jan Hetu Neer Le Aayi,
Surya Dev Ko Arpan Jal Se,
Chahe Hawan Kare Ya Pooja,
Chahe Nabh Ho, Ya Ho Jal-Thal,
Boond-Boond Se Bharta Gagar,
Neer Ksheer Madhu Khilata Tan-Man,
Nadi Sarowar Jab Bhar Jaye,
Teen Bhag Jal Kaya Bheetar,
Teerath Vrat Nishfal Ho Jaye,
Jal Bin Kaise Bane Rasoi,
Nadiyo Me Jab Jal Na Hoga,
Ghat Ta Bhu Jal Sukhi Nadiyaan,
Pipe Se Hame Farsh Na Dhoye,
Toontee Kabhi Na Khulli Chhore,
Bin Matlab Chhivkaav Kare Na,
Jal Ki Soche, Kal Ki Soche,
Badi Bhool Hai Bhoojal Dohan,
Kam Varssha Hai Ati Tadfaati,
Varsha Jal Ekatra Karenge,
Bartan Manje Vastra Khagale,
Paudhe Seeche Aangan Dhole,
Jeevan Jeevadhar Sada Jal,
Dhan Sanchay To Karte Hai Sab,
Ham Sab Mil Sankalp Karenge,
Soche Jal Barbadi Ka Hal,
Sun Jara Nadi Ki Kal Kal,
Jeevan Ka Anmol Ratan Jal,
Hare Bhare Ham Ped Lagayen,
Pedo Ke Bin Megh Na Barase,
Jal Se Jeevan, Jeevan Se Jal,
Ham Sudhrege Jag Sudhrega.
Jan Jan Hame Jagana Hoga,
Kuye Nadiya Bavadi, Jab Lauo Jal Bharpoor.
"Jal Amoolya Hai"