सुख करता दुख हर्ता, वार्ता विघ्नाची लीरिक्स | Sukh Karta Dukh Harta, Vighnachi Lyrics
श्री गणेश आरती लीरिक्स | Shree Ganesh Aarti Lyrics
शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको।
दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको।
हाथ लिए गुड लड्डू सांई सुरवरको।
महिमा कहे न जाय लागत हूं पादको॥
जय देव जय देव..
जय देव जय देव,
जय जय श्री गणराज।
विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारा दर्शन
मेरा मन रमता,
जय देव जय देव॥
अष्टौ सिद्धि दासी संकटको बैरि।
विघ्नविनाशन मंगल मूरत अधिकारी।
कोटीसूरजप्रकाश ऐबी छबि तेरी।
गंडस्थलमदमस्तक झूले शशिबिहारि॥
जय देव जय देव..
जय देव जय देव,
जय जय श्री गणराज।
विद्या सुखदाता
धन्य तुम्हारा दर्शन
मेरा मन रमता,
जय देव जय देव॥