रङ्गपुर विहार लीरिक्स | Rangapur Vihara Lyrics
रङ्गपुर विहार लीरिक्स | Rangapura Vihara Lyrics
पल्लवि:
रङ्गपुर विहार जय कोदण्ड रामावतार रघुवीर श्री
अनुपल्लवि:
अङ्गज जनक देव बृन्दावन सारङ्गेन्द्र वरद रमान्तरङ्ग
मध्यम कालम्
श्यामळाङ्ग विहङ्ग तुरङ्ग सदयापाङ्ग सत्सङ्ग
चरणम्:
पङ्कजाप्तकुल जलनिधि सोम वर पङ्कज मुख
पट्टाभिराम पदपङ्कज जितकाम रघुराम वामाङ्ग
गत सीतावरवेष शेषाङ्ग शयन भक्त सन्तोष एणाङ्क
रवि नयन मृदुतरभाष अकळङ्क दर्पण कपोल विशेष मुनि
मध्यम कालम्
सङ्कटहरण गोविन्द वेङ्कट रमण मुकुन्द
सङ्कर्षण मूल कन्द शन्कर गुरुगुहानन्द
संस्कृत का यह मंत्र भगवान श्री राम एवं भगवान श्री रंगनाथ की मिश्रित विशेषताओं का वर्णन प्रस्तुत करता है। इस मंत्र में भगवान श्री हरि के अवतार भगवान श्री राम का विशिष्ट उल्लेख है।
