श्री शनि देव की आरती लिरिक्स | Shri Shani Dev Ki Aarti Lyrics
Shri Shani Dev Ki Aarti Lyrics In Hindi
शनिदेव की आरती करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और भक्तों के कष्ट और संकट दूर कर अपने भक्तों की मनोकामना पूर्ण करते है| आरती लेने के पश्चात कम से कम पांच मिनट तक जल का स्पर्श नहीं करना चाहिए| श्री शनिदेव की आरती सरसों के तेल में काला तिल डालकर करनी चाहिए| श्री शनिदेव की आरती करने से कुंडली में शनि की स्थिति मज़बूत होती है| शनि साढ़े साती और शनि ढैय्या से भी राहत प्रदान कर अपने भक्तों को सुख, शांति, एवं एश्वर्यपूर्ण जीवन प्रदान करते है|Shri Shani Dev Ki Aarti
ॐ जय जय शनि महाराज,स्वामी जय जय शनि महाराज,
कृपा करो हम दीन रंक पर,
दुःख हरियो प्रभु आज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||
सूरज के तुम बालक होकर,
जग में बड़े बलवान,
सब देवताओं में तुम्हारा,
प्रथम मान है आज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||
विक्रमराज को हुआ घमण्ड फिर,
अपने श्रेष्ठन का,
चकनाचूर किया बुद्धि को,
हिला दिया सरताज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||
प्रभु राम और पांडवजी को,
भेज दिया बनवास,
कृपा होय जब तुम्हारी स्वामी,
बचाई उनकी लॉज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||
शुर-संत राजा हरीशचंद्र का,
बेच दिया परिवार,
पात्र हुए जब सत परीक्षा में,
देकर धन और राज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||
गुरुनाथ को शिक्षा फाँसी की,
मन के गरबन को,
होश में लाया सवा कलाक में,
फेरत निगाह राज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||
माखन चोर वो कृष्ण कन्हाइ,
गैयन के रखवार,
कलंक माथे का धोया उनका,
खड़े रूप विराज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||
देखी लीला प्रभु आया चक्कर,
तन को अब न सतावे,
माया बंधन से कर दो हमें,
भव सागर ज्ञानी राज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||
मैं हूँ दीन अनाथ अज्ञानी,
भूल भई हमसे,
क्षमा शांति दो नारायण को,
प्रणाम लो महाराज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||
ॐ जय जय शनि महाराज,
स्वामी जय-जय शनि महाराज,
कृपा करो हम दीन रंक पर,
दुःख हरियो प्रभु आज,
ॐ जय जय शनि महाराज ||