संत श्री रविदास महाराज की आरती लिरिक्स | Sant Ravidas Ji Ki Aarti Lyrics
Namu Tero Aarti Bhajnu Murare Lyrics In Hindi
संत शिरोमणि श्री रविदास ने ऊँच-नीच की भावना तथा ईश्वर-भक्ति के नाम पर किये जाने वाले विवाद को सारहीन तथा निरर्थक बताया और सबको परस्पर मिलजुल कर प्रेमपूर्वक रहने का उपदेश दिया।वे स्वयं मधुर तथा भक्तिपूर्ण भजनों की रचना करते थे और उन्हें भाव-विभोर होकर सुनाते थे। उनका विश्वास था कि राम, कृष्ण, करीम, राघव आदि सब एक ही परमेश्वर के विविध नाम हैं। वेद, कुरान, पुराण आदि ग्रन्थों में एक ही परमेश्वर का गुणगान किया गया है। नामु तेरो आरती भजनु मुरारी लिरिक्स से हमे आत्मिक सुख की प्राप्ति होती है।
Sant Ravidas Ji Ki Aarti Lyrics
नामु तेरो आरती भजनु मुरारी लिरिक्स
नामु तेरो आरती भजनु मुरारे।हरि के नाम बिनु झूठे सगल पसारे,
नाम तेरा आसानी नाम तेरा उरसा,
नाम तेरा केसरो ले छिटकारे,
नाम तेरा अंभुला नाम तेरा चंदनोघसि ||
जपे नाम ले तुझहि कउ चारे,
नाम तेरा दीवा नाम तेरो बाती,
नाम तेरो तेल ले माहि पसारे,
नाम तेरे की जोति जलाई,
भइओ उजिआरो भवन समलारे,
नाम तेरो तागा नाम फूल माला ||
भार अठारह सगल जुठारे,
तेरो किया तुझही किया अरपउ,
नामु तेरा तुही चंवर ढोलारे,
दस अठा अठसठे चार खाणी,
इहै वरतणि है संगल संसारे,
कहै रविदास नाम तेरो आरती,
सतिनाम है हरि भोग तुम्हारे ||