होली खेल रहे शिव शंकर माता पार्वती के संग लीरिक्स | Holi Khel Rahe Shiv Shankar Mata Parvati Ke Sang Lyrics
होली खेल रहे शिव शंकर माता पार्वती के संग,
पार्वती के संग माता पार्वती के संग ॥
कूटि छोड़ शिव शंकर चल दिए लियो नादिया संग,
गले में रुद्रो की माला और सर्प लिप्त रहे अंग,
होली खेल रहे शिव शंकर माता पार्वती के संग ॥
एक मण खा गए भांग धतुरा धडीयो पि गए भंग,
एक शेर गांजे का पि गए हुए हुए नशे में चंग,
होली खेल रहे शिव शंकर माता पार्वती के संग ॥
कामिनी होली खेल रही है देवर जेठा रंग,
रघुवर होली खेल रहे है सीता जी के संग,
होली खेल रहे शिव शंकर माता पार्वती के संग ॥
राजा इंद्र ने होली खेली इंद्रणी के संग,
राधा होली खेल रही है श्री कृष्णा के संग,
होली खेल रहे शिव शंकर माता पार्वती के संग ॥
विष्णु होली खेल रहे है लक्ष्मी जी के संग,
ब्रम्हा विष्णु मिलकर खेले शिव शंकर के संग,
होली खेल रहे शिव शंकर माता पार्वती के संग ॥