श्री हनुमान चालीसा लिरिक्स | Shree Hanuman Chalisa Lyrics
हनुमान चालीसा को आप हर रोज पढ़ सकते है। हनुमान चालीसा में लिखा है "जो सत बार पाठ कर जोई।
छूटहि बन्दि महा सुख होई" अर्थात जो कोई भी व्यक्ति हनुमान चालीसा का सौ बार पाठ करेगा, वह सभी बंधनों से मुक्त हो जाएगा और उसे परमानंद की प्राप्ति होगी ।
शास्त्रों के मुताबिक, हनुमान चालीसा का पाठ सत बार (100 बार) करना चाहिए. अगर कोई व्यक्ति 100 बार पाठ करने में असमर्थ है, तो कम से कम 7, 11 या 21 बार पाठ कर सकता है. हनुमान चालीसा का पाठ सुबह और शाम के समय करना ज़्यादा फलदायी माना जाता है ।
Shree Hanuman Chalisa Se Judi Rochak Jankari
हनुमान चालीसा का पाठ करने से भय (डर) समाप्त हो जाता है ।
हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है ।
हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी प्रकार संकट का विनाश होता है ।
हनुमान चालीसा का पाठ करने से सभी कार्यो मे सफलता मिलती है ।
हनुमान चालीसा का पाठ करने से शनि देव के कष्टो से विशेष शांति मिलती है एवं कष्टो से शीघ्र आराम मिलता है।
हनुमान चालीसा का पाठ करने से मुक्ति का मार्ग सरल और सुगम हो जाता है ।
हनुमान चालीसा का पाठ करने से आत्मिक शांति प्राप्त होती है ।
हनुमान चालीसा का पाठ करने से रोजाना करने से मात्र से सभी प्रकार की मानसिक नकारात्मक ऊर्जा का विनाश होता है त्वरित मानसिक सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है यकीन न हो तो अभी करके देख लो ।
श्री हनुमान जी का नाम लेने मात्र से ही भगवान राम (परम धाम) मिल जाता है पार पार न लगोगे श्री राम के बिना श्री राम तक पहुचना है श्री संकट मोचन श्री बजरग बली का सहारा अवश्य लेना पड़ेगा जो हनुमान चालीसा का पाठ कर प्राप्त कर सकते है ।
Shree Hanuman Chalisa Ka Paath Karne Ke Liye Kin Bato Ka Rakhe Dhyan :
बिना स्नान किए हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिये।कामातुर भावना पूर्ति के लिए हनुमान चालीसा का स्मरण नहीं करना चाहिए।
मांस-मदिरा का सेवन करने के बाद कभी भी हनुमान चालीसा का पाठ नहीं करना चाहिए।
घर मे यदि सूतक हो हनुमान चालीसा पाठ नहीं करना चाहिए।
अगर आप छल कपट ईर्ष्या भावना से ग्रसित है हनुमान चालीसा पाठ नहीं करना चाहिए।
श्री हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए तन के साथ साथ मन का भी शुद्ध होना परम आवश्यक है।
श्री हनुमान चालीसा स्मरण आप कभी भी कर सकते है अपने भक्तो की रक्षा के लिए संकट मोचन श्री हनुमान की हर समय तत्पर रहते है और सभी प्रकार के रोग दोष का विनाश करते है।
श्री हनुमान चालीसा स्मरण करने मात्र से कभी भी संकट नहीं आ सकते अगर आते भी है तो श्री हनुमान जी महराज की कृपा बहुत ही जल्द कट जाते है।
श्री हनुमान चालीसा का पाठ ४० दिनों तक लगातार प्रतिदिन करने से मनवांछित फलों की प्राप्ति होती है।
हनुमान चालीसा का पाठ का पाठ आप रात्रि मे सोने से समय भी कर सकते है।
संकट मोचन श्री हनुमान जी की पूजा आराधना इस संसार का हर स्त्री पुरुष कर सकता है क्यूकी हमारे वेदों और शास्त्रो मे सभी को भगवान की पूजा आराधना मे समान अधिकार प्राप्त हैं।
मंगलवार के दिन हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करना चाहिए।
पाठ से पूर्व साफ-सफाई स्नान का ध्यान रखना चाहिए। इसलिए पाठ से पहले स्नान करके ध्यान करें और स्वयं पर गंगाजल छिड़कें।पूजा के समय बैठने के लिए आसन का प्रयोग अवश्य करें।
कोशिश करे की प्रातः काल मेसंकट मोचन श्री हनुमान जी का नाम लेने से परहेज करना चाहिएक्यूकी सुंदर कांड मे ऐसा वर्णित है "प्रात लेइ जो नाम हमारा। तेहि दिन ताहि न मिलै अहारा॥' इसका अर्थ है कि, मैं जिस कुल से (वानर कुल) हूं ,यदि सुबह-सुबह उसका नाम ले लिया जाए तो उस दिन उसे भोजन भी मुश्किल से मिलता है. इसलिए कभी भी सुबह बिना अन्न-जल ग्रहण किए वानर या बंदर का नाम नहीं लेना चाहिए।
Shree Hanuman Chalisa Lyrics in Hindi
दोहा
श्रीगुरु चरन सरोज रज, निजमन मुकुरु सुधारि।
बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायक फल चारि।।
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार।
बल बुधि बिद्या देहु मोहिं, हरहु कलेस बिकार।।
चौपाई
जय हनुमान ज्ञान गुन सागर।
जय कपीस तिहुं लोक उजागर।।
राम दूत अतुलित बल धामा।
अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।
महाबीर बिक्रम बजरंगी।
कुमति निवार सुमति के संगी।।
कंचन बरन बिराज सुबेसा।
कानन कुण्डल कुँचित केसा।।
हाथ बज्र औ ध्वजा बिराजे।
कांधे मूंज जनेउ साजे।।
शंकर स्वयं केसरी नंदन।
तेज प्रताप महा जग वंदन।।
बिद्यावान गुनी अति चातुर।
राम काज करिबे को आतुर।।
प्रभु चरित्र सुनिबे को रसिया।
राम लखन सीता मन बसिया।।
सूक्ष्म रूप धरि सियहिं दिखावा।
बिकट रूप धरि लंक जरावा।।
भीम रूप धरि असुर संहारे।
रामचन्द्र के काज संवारे।।
लाय सजीवन लखन जियाये।
श्री रघुबीर हरषि उर लाये।।
रघुपति कीन्ही बहुत बड़ाई।
तुम मम प्रिय भरतहि सम भाई।।
सहस बदन तुम्हरो जस गावैं।
अस कहि श्रीपति कण्ठ लगावैं।।
सनकादिक ब्रह्मादि मुनीसा।
नारद सारद सहित अहीसा।।
जम कुबेर दिगपाल जहां ते।
कबि कोबिद कहि सके कहां ते।।
तुम उपकार सुग्रीवहिं कीन्हा।
राम मिलाय राज पद दीन्हा।।
तुम्हरो मंत्र बिभीषन माना।
लंकेश्वर भए सब जग जाना।।
जुग सहस्र जोजन पर भानु।
लील्यो ताहि मधुर फल जानू।।
प्रभु मुद्रिका मेलि मुख माहीं।
जलधि लांघि गये अचरज नाहीं।।
दुर्गम काज जगत के जेते।
सुगम अनुग्रह तुम्हरे तेते।।
राम दुआरे तुम रखवारे।
होत न आज्ञा बिनु पैसारे।।
सब सुख लहै तुम्हारी शरना।
तुम रच्छक काहू को डर ना।।
आपन तेज सम्हारो आपै।
तीनों लोक हांक तें कांपै।।
भूत पिशाच निकट नहिं आवै।
महाबीर जब नाम सुनावै।।
नासै रोग हरे सब पीरा।
जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।
संकट तें हनुमान छुड़ावै।
मन क्रम बचन ध्यान जो लावै।।
सब पर राम तपस्वी राजा।
तिन के काज सकल तुम साजा।।
और मनोरथ जो कोई लावै।
सोई अमित जीवन फल पावै।।
चारों जुग परताप तुम्हारा।
है परसिद्ध जगत उजियारा।।
साधु संत के तुम रखवारे।
असुर निकन्दन राम दुलारे।।
अष्टसिद्धि नौ निधि के दाता।
अस बर दीन जानकी माता।।
राम रसायन तुम्हरे पासा।
सदा रहो रघुपति के दासा।।
तुह्मरे भजन राम को पावै।
जनम जनम के दुख बिसरावै।।
अंत काल रघुबर पुर जाई।
जहां जन्म हरिभक्त कहाई।।
और देवता चित्त न धरई।
हनुमत सेइ सर्ब सुख करई।।
संकट कटै मिटै सब पीरा।
जो सुमिरै हनुमत बलबीरा।।
जय जय जय हनुमान गोसाईं।
कृपा करहु गुरुदेव की नाईं।।
जो सत बार पाठ कर जोई।
छूटहि बन्दि महा सुख होई।।
जो यह पढ़ै हनुमान चालीसा।
होय सिद्धि साखी गौरीसा।।
तुलसीदास सदा हरि चेरा।
कीजै नाथ हृदय महं डेरा।।
दोहा
पवनतनय संकट हरन, मंगल मूरति रूप।
राम लखन सीता सहित, हृदय बसहु सुर भूप।।
इति
You Can Read Hanuman Chalisa Every Day. It is written in Hanuman Chalisa, “Jo Shat Baar Paath Kar Joi,Chhuthahi Bandi Maha Sukh Hoi” Means Whoever Recites Hanuman Chalisa a Hundred Times will be Freed From All Bondages and will Attain Bliss.
According to the scriptures, Hanuman Chalisa should be recited Hundred times (100 times). If a person is unable to recite 100 times, he can recite at least 7, 11 or 21 times. Reciting Hanuman Chalisa in the Morning and Evening is considered more fruitful.
Some more things related to Hanuman Chalisa:
Reciting Hanuman Chalisa eliminates fear.
Reciting Hanuman Chalisa provides relief from all types of diseases.
Reciting Hanuman Chalisa destroys all kinds of troubles.
Reciting Hanuman Chalisa brings success in all tasks.
Reciting Hanuman Chalisa gives special peace from the troubles of Shani Dev and gives quick relief from troubles.
By reciting Hanuman Chalisa the path to salvation becomes simple and easy.
Reciting Hanuman Chalisa provides spiritual peace.
By reciting Hanuman Chalisa daily, all types of mental negative energy are destroyed and mental
positive energy is instantly transmitted. If you don't believe it, try it now.
By just taking the name of Shri Hanuman ji, one can reach Lord Ram (Param Dham). You will not be
able to cross the path without Shri Ram. To reach Shri Ram, you will definitely have to take the help of Shri Sankat Mochan Shri Bajrag Bali, which can be achieved by reciting Hanuman Chalisa. Can.
What things should be kept in mind while reciting Hanuman Chalisa
One should not recite Hanuman Chalisa without taking bath.
Hanuman Chalisa should not be recited to fulfill lustful feelings.
Hanuman Chalisa should never be recited after consuming meat and alcohol.
If there is Sutak in the house then Hanuman Chalisa should not be recited.
If you are suffering from deceit, deceit and jealousy then you should not recite Hanuman Chalisa.
To recite Shri Hanuman Chalisa, it is very important to have pure mind as well as body.
You can remember Shri Hanuman Chalisa anytime, Sankat Mochan Shri Hanuman is always ready to protect his devotees and destroys all types of diseases and defects.
Just by remembering Shri Hanuman Chalisa, troubles can never come. Even if they come, they will be cut off very soon by the blessings of Shri Hanuman Ji Maharaj.
Reciting Shri Hanuman Chalisa daily for 40 days continuously leads to desired results.
You can also recite Hanuman Chalisa at night before sleeping.
Every man and woman in this world can worship Sankat Mochan Shri Hanuman ji because in our Vedas and scriptures everyone has equal rights in worshiping God.
Hanuman Chalisa must be recited on Tuesday.
One should take care of cleanliness and bathing before the lesson. Therefore, before recitation, take bath and meditate and sprinkle Ganga water on yourself. Make sure to use a seat to sit during the puja.
Try to avoid taking the name of Sankat Mochan Shri Hanuman ji in the morning because it is mentioned in Sundar Kand."praat lei jo naam hamaara. tehi din taahi na milai ahaara" It means that if the name of the clan I belong to (monkey clan) is taken early in the morning, then it is difficult for him to get food that day. Therefore, one should never take the name of ape or monkey in the morning without taking food and water.
Shree Hanuman Chalisa Lyrics In English
Doha
Shree Guru Charan Saroj Raj, Nijman Mukur Sudhari,
Barnau Raghuvar Bimal Jasu, Jo Dayak Fal Chari.
Budhiheen Tanu Jaanike, Sumirau Pawan-Kumar,
Bal Budhi Vidya Dehu Mohi, Harahu Kales Vikar.
Chaupaai
Jai Hanuman Gyan Gun Sagar,
Jai Kapees Tihu Lok Ujaagar.
Ram Doot Atulit Bal Dhama,
Anjani Putra Pawansut Naama.
Mahaveer Bikram Bajrangi,
Kumati Niwaar Sumati Ke Sangee.
Kanchan Baran Biraj Subesa,
Kanan Kundal Kunchit Kesa.
Hath Bajra Auo Dhwaja Biraaje,
Kaandhe Moonj Janeu Saaje.
Shankar Swayam Kesari Nandan,
Tej Pratap Maha Jag Vandan.
Vidyawaan Guni Ati Chatur,
Ram Kaaj Karibe Ko Aatur.
Prabhu Charitra Sunibe Ko Rasiya,
Ram Lakhan Seeta Man Basiya.
Sookshm Roop Dhari Siyahi Dikhava,
Bikat Roop Dhari Lank Jarawa.
Bheem Roop Dhari Asur Sanhaare,
Ramchandra Ke Kaaj Sanwaare.
Laay Sajeevan Lakhan Jiyaaye,
Shree Raghuveer Harashi Ur Laaye.
Raghupati Keenhee Bahut Barai,
Tum Mam Priy Bharatahi Sam Bhai.
Sahas Badan Tumhro Jas Gaavai,
As Kahi Shreepati Kanth Lagaavai.
Sankadik Bramhadi Muneesa,
Naarad Saarad Sahit Aheesa.
Jam Kuber Digpal Jahan Te,
Kavi Kobid Kahi Sake Kahan Te.
Tum Upkaar Sugreevahi Keenha,
Ram Milaay Raj Pad Deenha.
Tumro Mantra Vibhishan Mana,
Lakeshwar Bhaye Sab Jag Jaana.
Jug Sahastra Jojan Par Bhanoo,
Leelyo Taahi Madhur Fal Jaanoo.
Prabhu Mudrika Meli Mukh Maahee,
Jaladhi Laanghi Gaye Acharaj Naahee.
Durgam Kaaj Jagat Ke Jete,
Sugam Anugrah Tumhre Tete.
Ram Duaare Tum Rakhware,
Hot Na Agya Binu Paisaare.
Sab Sukh Lahai Tumhaaree Sharna,
Tum Rakshak Kaahoo Ko Dar Na.
Aapan Tej Sambharo Aapai,
Teeno Lok Haak Te Kaapai.
Bhoot Pishach Nikat Nahi Aavai,
Mahaveer Jab Naam Sunavai.
Nasai Rog Hare Sab Peera,
Japat Nirantar Hanumat Beera.
Sankat Te Hanumaan Chhurave,
Man Kram Bachan Dhyan Jo Laavai.
Sab Par Ram Tapasvee Raja,
Tin Ke Kaaj Sakal Tum Saaja.
Aur Manorath Jo Koi Laavai,
Soi Amit Jeevan Fal Paavai.
Charo Jug Partaap Tumhara,
Hai Parsiddh Jagat Ujiyara.
Saadhu Sant Ke Tum Rakhware,
Asur Nikandan Ram Dulare.
Ashtsiddhi Nau Nidhi Ke Data,
As Bar Deen Janki Mata.
Ram Rasayan Tumhre Paasa,
Sada Raho Raghupati Ke Dasa.
Tumre Bhajan Ram Ko Pavai,
Janam Janam Ke Dukh Bisravai.
Ant Kaal Raghubar Pur Jaai,
Jahan Janm Haribhakt Kahaai.
Aur Devta Chitt Na Dharai,
Hanumat Sei Sarb Sukh Karai.
Sankat Katai Mitai Sab Peera,
Jo Sumirai Hanumat Balbeera.
Jay Jay Jay Hanuman Gosai,
Krapa Karahu Gurudev Ki Naai.
Jo Sat Baar Paath Kar Joi,
Chhutahi Bandi Maha Sukh Hoi.
Jo Yah Padhe Hanuman Chalisa,
Hoy Siddhi Saakhee Gaurisa.
Tulsidas Sada Hari Chera,
Keeje Nath Hriday Mah Dera.
Doha
Pawantanay Sankat Haran, Mangal Moorati Roop,
Ram Lakhan Seeta Sahit, Hriday Basahu Sur Bhoop.