नगरी हो अयोध्या सी लिरिक्स | Nagri Ho Ayodhya Si Lyrics

Vidhi Sharma Nagri Ho Ayodhya Si Lyrics In Hindi
नगरी हो अयोध्या सी,रघुकुल सा घराना हो,
और चरण हो राघव के,
जहाँ मेरा ठिकाना हो ||
हो त्याग भरत जैसा,
सीता सी नारी हो,
और लवकुश के जैसी,
संतान हमारी हो ||
और चरण हो राघव के,
जहाँ मेरा ठिकाना हो,
श्रद्धा हो श्रवण जैसी,
शबरी सी भक्ति हो ,
और हनुमत के जैसी,
निष्ठा और शक्ति हो ||
और चरण हो राघव के,
जहाँ मेरा ठिकाना हो,
मेरी जीवन नैया हो,
प्रभु राम खेवैया हो,
और राम कृपा की,
सदा मेरे सर छय्या हो ||
और चरण हो राघव के,
जहाँ मेरा ठिकाना हो,
सरयू का किनारा हो,
निर्मल जल धारा हो,
और दरश मुझे भगवन,
हरी घडी तुम्हारा हो ||
और चरण हो राघव के,
जहाँ मेरा ठिकाना हो,
कौशल्या सी माई हो,
लक्ष्मण सा भाई,
और स्वामी तुम्हारे जैसा,
मेरा रघुराई हो ||
और चरण हो राघव के,
जहाँ मेरा ठिकाना हो,
नगरी हो अयोध्या सी,
रघुकुल सा घराना हो,
और चरण हो राघव के,
जहाँ मेरा ठिकाना हो ||
नगरी हो अयोध्या सी,
रघुकुल सा घराना हो.
नगरी हो अयोध्या सी
रघुकुल सा घराना हो,
नगरी हो अयोध्या सी,
रघुकुल सा घराना हो ||
नगरी हो अयोध्या सी,
रघुकुल सा घराना हो,
नगरी हो अयोध्या सी,
रघुकुल सा घराना हो,
नगरी हो अयोध्या सी,
रघुकुल सा घराना हो ||